नदी का बढ़ा जलस्तर। 19 घरों में घुसा मलबा, ग्रामीणों की कृषि भूमि नष्ट
मूसलाधार बारिश के बीच रात करीब दो बजे मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ गया। अनहोनी की आशंका काे देखते पहले ही घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए।
मूसलाधार बारिश के कारण मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ने से बांसवाड़ा और मोख मल्ला गांव में 19 घरों में मलबा घुस गया, जबकि सेरा गांव के चार ग्रामीणों की कई हेक्टेयर कृषि भूमि तहस-नहस हो गई।
गांवों के पैदल रास्ते और पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। खतरे की आशंका को देखते हुए ग्रामीण पहले ही घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। भारी बारिश को देखते हुए गांवों में रातभर अफरा-तफरी का माहौल रहा।
बृहस्पतिवार रात को हुई मूसलाधार बारिश के बीच रात करीब दो बजे मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ गया। अनहोनी की आशंका काे देखते पहले ही घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए।
जब नदी का पानी बढ़ा तो बांसवाड़ा गांव में महिपाल सिंह, प्रवीण सिंह, महावीर, गंभीर सिंह, विजय सिंह, पूरण सिंह और राजेंद्र सिंह के घर में मलबा घुस गया, जबकि गंभीर सिंह की गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई।
वहीं मोख मल्ला गांव में सुरेंद्र सिंह, पूरण सिंह, मकर सिंह, विक्रम सिंह, अशोक सिंह, कुलदीप सिंह, राजपाल, रघुलाल, दलीप, सुरेंद्र लाल, मदन लाल और रोशन लाल के घर में मलबा घुसा।
सेरा गांव में राजेंद्र सिंंह गुसांई, विजय सिंह, अवतार सिंह और महिपाल सिंह के खेतों में मलबा घुसने से कई हेक्टेयर कृषि भूमि तहस-नहस हो गई। मोख मल्ला गांव के रोशन लाल की 30 मुर्गियां मलबे में दब गईं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि, बांसवाड़ा और मोखमल्ला गांव में मकानों में घुसा मलबा निकाला जा रहा है। नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों में डर का माहौल रहा।