बड़ी खबर: गुलदार ने एक दर्जन बकरियों को बनाया निवाला, दहशत में ग्रामीण

गुलदार ने एक दर्जन बकरियों को बनाया निवाला, दहशत में ग्रामीण

रुड़की क्षेत्र में इन दिनों जंगली जानवरों का आतंक है। वहीं, अब गुलदार की धमक से भी लोगों में दहशत का माहाैल है। उधर, वन विभाग की टीम गश्त में जुटी है।

कुरड़ी गांव में जंगली जानवर के हमले में ग्राम प्रधान की पत्नी की मौत के मामले में अभी वन विभाग की टीम भागदौड़ कर ही रही थी कि सोमवार रात को गुलदार ने नगला इमरती गांव की एक बस्ती में बने बकरियों के बाड़े पर हमला कर दिया।

हमले में 12 बकरियों की मौत हो गई है। एक को गुलदार उठाकर ले गया। इसके बाद से गांव में दहशत का माहौल है। डीएफओ ने स्वयं मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली है।

रुड़की-लक्सर मार्ग पर कोतवाली रुड़की क्षेत्र के नगला इमरती गांव निवासी रियासत गांव के बाहरी ओर स्थित एक बस्ती में रहता है। उसने बकरियां पाली हुई हैं। सोमवार रात को उसने सभी बकरियों को बाड़े में रखा हुआ था। देर रात किसी समय गुलदार बाड़े में घुस आया और उसने बकरियों पर हमला कर दिया।

गुलदार के हमले में 12 बकरियों की मौत हो गई। एक को गुलदार उठाकर ले गया।सुबह के समय जब रियासत और उसका परिवार सोकर उठा तो बाड़े में बकरियों को मरा देखा।

मामले की जानकारी तुरंत ही वन विभाग को दी गई। रेंजर विनय राठी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वन विभाग की टीम ने गांव के जंगल व आसपास गुलदार की तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला।

हरिद्वार डीएफओ का कार्यभार देख रहे डीएफओ देहरादून नीरज शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी मौका मुआयना किया। ग्रामीणों से बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी ली। गुलदार को पकड़ने के लिए जल्द पिंजरा लगाए जाने की बात कही है। जंगल और खेतों में अकेला न जाने की सलाह दी गई है।

झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को किया सतर्क

नगला इमरती और लंढौरा क्षेत्र में बड़ी संख्या में ईंट-भट्ठे हैं। इसके कारण गांव के बाहरी क्षेत्रों में श्रमिकों ने झुग्गी-झोपड़ी बनाई हुई हैं। इसमें वह लोग परिवार सहित रहते हैं। वन विभाग के अधिकारियों ने इन लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। रात के समय अकेले बाहर न निकलने और बच्चों का विशेष ध्यान रखे जाने को कहा है।

गुलदार की लोकेशन के लिए छह ट्रैप कैमरे लगाए, उड़ाया ड्रोन

कुरड़ी में मादा गुलदार के हमले में महिला की मौत और नगला इमरती में बकरियों के बाड़े पर गुलदार के हमले की घटना के बाद से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। कुरड़ी और झबीरन गांव में छह ट्रैप कैमरे लगाए हैं।

मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक देहरादून की अनुमति लेकर वन विभाग ने कुरड़ी गांव में एक पिंजरा लगा दिया गया है। डीएफओ देहरादून नीरज शर्मा, एसडीओ साधुलाल व रेंजर विनय राठी पूरे अमले के साथ पूरा दिन कुरड़ी, झबीरन व नगला इमरती गांव में ही डटे रहे।

एसडीओ साधुलाल ने बताया कि ड्रोन की मदद भी ली जा रही है। इसके अलावा आठ टीमें बनाई गई हैं जो दिन रात गश्त करेंगी। वन सुरक्षा दल की टीम भी देहरादून से आ गई है।

पीड़ित परिवार को दिया 1.80 लाख का चेक

वन विभाग के अधिकारियों ने सहायता राशि के रूप में मादा गुलदार के हमले में मरने वाली मिसरा देवी के पति मांगेराम को 1.80 लाख रुपये का चेक दिया है। एसडीओ साधुलाल ने बताया कि छह लाख रुपये त्वरित मुआवजे के रूप में दिए जाते हैं। शेष धनराशि का जल्द ही परिवार को दे दी जाएगी।

वर्ष 2016 में रामपुर में वृद्धा पर हुआ था हमला

वर्ष 2016 में रुड़की रामपुर चुंगी के समीप एक खेत में काम कर रही महिला पर गुलदार ने हमला कर दिया था। हमले में महिला की मौत हो गई थी। वहीं पिछले माह 16 मई को लोकेश देवी निवासी पूरन साल्हापुर पर गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया था, जब वह खेत में टमाटर तोड़ रही थी। हमले में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी।