‘दस्विदानिया’ में अंतिम वर्ष छात्रों की आँखें हुईं नम। फेयरवेल समारोह में छात्रों ने किये अनुभव साझा
- ‘पिनाक’ में 27 अप्रैल को गायिका श्रेया घोषाल का बिखरेगा जलवा।
देहरादून। ‘पिनाक’ कल्चरल फेस्ट का तीसरा दिन वो लम्हा बनकर आया, जिसने छात्रों की खट्टी मीठी यादों को तरोताज़ा कर दिया।
मौक़ा था देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में विभिन्न स्कूलों से सम्बद्ध अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए आयोजित विदाई समारोह ‘दस्विदानिया’ का, जिसमें रंगारंग प्रस्तुतियों के बीच यादगार लम्हों का दामन थामे मिस्टर और मिस फेयरवेल चुने गए।
शुक्रवार को मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए फेयरवेल नाईट ‘दस्विदानिया’ आयोजित की गयी। इस दौरान छात्रों ने उत्तराखंडी, बॉलीवुड, भांगड़ा के मैशअप पर अपनी डांस परफॉरमेंस से सभी का दिल जीत लिया।
वहीं, यादगार लम्हों का दामन थामे संगीत का सफर जब पुराने झरोखों से होकर गुज़रा तो अंतिम वर्ष के छात्रों की आँखें नम हो गयीं और ये पल ताउम्र के लिए ज़हन में क़ैद हो गया।
इस मौके पर मिस्टर और मिस फेयरवेल भी चुने गए। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संजय बंसल ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य छात्रों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ ही बेहतरीन इंसान बनाना है ताकि वो शिक्षा के साथ मानवता की कसौटी पर खरा उतर सकें।
उपकुलाधिपति अमन बंसल ने छात्रों के लिए ‘पिनाक’ को एक बेहतरीन मंच बताया। उन्होंने कहा कि ‘पिनाक’ छात्रों के हुनर को तराशने का एक शानदार माध्यम है।
उपकुलपति डॉ आरके त्रिपाठी ने कहा कि ‘दस्विदानिया’ केवल विदाई समारोह नहीं है, बल्कि ये अपने अंदर झाँकने का समय है कि हमने क्या हासिल किया और हम भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए कितना तैयार हैं।
इस मौके पर छात्रों ने विश्वविद्यालय में अपने यादगार अनुभव साझा किये और अपने करियर में देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के प्रयासों को मील का पत्थर बताया।
वहीं, शनिवार 27 अप्रैल को पिनाक का समापन समारोह आयोजित होगा, जिसमें बॉलीवुड की मशहूर गायिका श्रेया घोषाल अपनी आवाज़ का जलवा बिखेरेंगी।
कार्यक्रम के दौरान कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ प्रीति कोठियाल, डीएए डॉ संदीप शर्मा, मुख्य सलाहकार डॉ एके जायसवाल, डीन छात्र कल्याण दिग्विजय सिंह सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक व छात्र उपस्थित रहे।