राहुल गांधी के खास राष्ट्रीय सचिव अजय कपूर ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ, अब खिलाएंगे भाजपा का कमल
उत्तर प्रदेश कांग्रेस को लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यूपी में तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक अजय कपूर ने बुधवार को कांग्रेस की सदस्यता छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया।
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उन्होंने एक दिन पहले ही 12 मार्च को कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस में उन्हें प्रियंका और राहुल गांधी का बहुत करीबी माना जाता था। उनके कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश में निकली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान वह पूरे समय राहुल गांधी के करीब रहे थे। अजय कपूर भाजपा कानपुर के वरिष्ठ नेता और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के काफी करीब माने जाते हैं।
हाल ही में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल भी हुए थे। जो तस्वीरें चली थीं, उनमें राहुल और प्रियंका के ठीक बग़ल में अजय कपूर ही बैठे हुए दिखते हैं।
जब से उन्होंने अपने ट्विटर से कांग्रेस (Congress) हटाया, ख़बर उड़ने ही लगी थी कि वो पार्टी छोड़ने वाले हैं।
अजय कपूर कानपुर की गोविंदनगर और किदवई नगर सीट से 2002 से 2017 तक तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं। सूत्रों के हवाले से ख़बर ये भी थी कि कांग्रेस कानपुर सीट से उन्हें आने वाले लोकसभा चुनाव में उतारना चाहती थी, लेकिन उससे पहले ही अजय कपूर के बीजेपी में जाने की ख़बर आ गई।
बहुत चिट्ठी-चर्चा के बाद यूपी में INDIA ब्लॉक की दो प्रमुख पार्टियों – समाजवादी पार्टी और कांग्रेस – ने यूपी में साथ चुनाव लड़ने का फ़ॉर्मूला तय कर लिया। तय हुआ कि कांग्रेस 17 और समाजवादी पार्टी 63 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सपा ने तो 31 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान भी कर दिया है। हालांकि, कांग्रेस ने अभी कोई एलान नहीं किया है।
जैसे-जैसे चुनाव के दिन पास आ रहे हैं, सभी पार्टियों को एक-के-बाद-एक झटके लग रहे हैं। कांग्रेस इस मामले में बाज़ी मारती हुई दिख रही है।
अजय से पहले वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी के हो चुके हैं। कहा जा रहा है कि, बीजेपी उन्हें भदोही लोकसभा सीट से मैदान में उतार सकती है।