पूर्व सीएम ने सरकार पर साधा निशाना। कहा, हार के डर से निकाय चुनाव टाल रही सरकार
उत्तराखंड में कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व सीएम हरीश रावत की कार का पिछले दिनों एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उन्हें हल्की चोटें आई थी, पूर्व सीएम को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है और अब वो घर पर आराम कर रहे हैं। इस बीच हरीश रावत ने बीजेपी पर सवाल खड़े किए हैं।
रावत ने कहा कि बीजेपी सरकार हर के डर से निकाय चुनाव नहीं करा रही है। मीडिया से से बात करते हुए हरीश रावत ने कहा कि एक्सीडेंट के बाद अब वो बेहतर महसूस कर रहे हैं उन्होंने सीबीआई की ओर इशारा करते हुए कहा, मेरे कुछ पुराने दोस्त अस्पताल आए थे। सीबीआई मुझे एक नोटिस देने अस्पताल आए थे।
उन्होंने उसे नोटिस में मुझे वॉइस सैंपल लेने की बात कही और कुछ सवाल पूछने को कहा, लेकिन मैंने उन्हें नोटिस पर ही लिख कर दे दिया कि मैं अभी स्वस्थ नहीं हूं और सीबीआई के सामने पेश नहीं हो सकता मुझे दिसंबर माह में पेश होने की मोहलत दी जाए। अभी मेरी हालत ऐसी नहीं है कि मैं घंटे बैठकर उनके सवालों के जवाब दे सकूं।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने बीजेपी और उत्तराखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, सरकार हार के डर से निकाय चुनाव नहीं कर रही है, वरना उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा। उनको यह डर सता रहा है कि अगर उन्होंने निकाय चुनाव कराए तो उन्हें बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा।
जिसका खामियाजा उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है उनके संगठन ने सरकार को राय दी है कि अभी निकाय चुनाव न कराया जाए इसलिए निकाय चुनाव से सरकार लगातार भाग रही है।
हरीश रावत ने राम मंदिर उद्घाटन को लेकर बीजेपी पर कई सवाल किए और कहा बीजेपी राम मंदिर का श्रेय ले रही है। वह बताएं कि उस मंदिर के ताले किसने खोले थे, किसने वहां पर मूर्तियां रखवाई थी।
आज वह श्रेय ले रहे हैं यह अच्छी बात है, लेकिन उनको यह बताना चाहिए कि यह मंदिर बनाने में किसने सहयोग किया। क्या अदालत के फैसले के बाहर जाकर राम मंदिर बनाया जा सकता था।