UKSSSC पेपर लीक प्रकरण में STF सख्त। जांच में सहयोग न करने वाले नकलचियों पर होगा मुकदमा
UKSSSC Paper Leak: जांच में सहयोग न करने वाले नकलची अभ्यर्थियों के खिलाफ STF जल्द ही मुकदमा दर्ज कराएगी।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के पेपर लीक प्रकरण में अब उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) सख्ती के मूड में है।
पेपर लीक प्रकरण में स्नातक स्तर की परीक्षा वन दारोगा सचिवालय रक्षक और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा 2016 की जांच एसटीएफ कर रही है।उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के पेपर लीक प्रकरण में अब उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) सख्ती के मूड में है।
जांच में सहयोग न करने वाले नकलची अभ्यर्थियों के खिलाफ STF जल्द ही मुकदमा दर्ज कराएगी।उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के पेपर लीक प्रकरण में अब उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) सख्ती के मूड में है। जांच में सहयोग न करने वाले नकलची अभ्यर्थियों के खिलाफ एसटीएफ जल्द ही मुकदमा दर्ज कराएगी
205 से अधिक नकलची ब्लैकलिस्ट
पेपर लीक प्रकरण में स्नातक स्तर की परीक्षा, वन दारोगा, सचिवालय रक्षक और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा 2016 की जांच एसटीएफ कर रही है।
स्नातक स्तरीय 2021 परीक्षा की धांधली में अब तक 45, वन दारोगा की परीक्षा में पांच, सचिवालय रक्षक परीक्षा में एक और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा में कुल 57 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
इसके अलावा इन परीक्षाओं में 205 से अधिक नकलची ब्लैकलिस्ट किए जा चुके हैं। यह वह अभ्यर्थी हैं, जिनका नाम खुद नकल करने और नकल करने के बाद पेपर को आगे पहुंचाने में है।
स्नातक स्तर के हैं 45 नकलची अभ्यर्थी
स्नातक स्तर पर 45 ऐसे नकलची अभ्यर्थी हैं, जिनका नाम लीक हुए पेपर से नकल करने व पेपर आगे सप्लाई करने में सामने आया है। UKSSSC की ओर से कुछ अभ्यर्थियों का नाम ब्लैकलिस्ट में उजागर करने के बाद यह अभ्यर्थी अब अपना बयान दर्ज करवाने आगे नहीं आ रहे हैं।
जब पुलिस कुछ अभ्यर्थियों के घर पहुंची तो वह घर पर भी मौजूद नहीं मिले। STF ऐसे अभ्यर्थियों को भी केस में आरोपित बनाएगी और उनका नाम आरोपपत्र में शामिल किया जाएगा।
BPDO में 60 के बयान हुए हैं दर्ज
ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा 2016 में कुल 196 में से करीब 60 अभ्यर्थियों के बयान एसटीएफ दर्ज कर चुकी हैं, जबकि अन्य के अभी दर्ज करने बाकी हैं। सचिवालय रक्षक में सभी के बयान दर्ज हो चुके हैं जबकि वन दारोगा में कई सेंटरों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से तीन सेंटरों की जांच पूरी हो चुकी है।
UKSSSC पेपर लीक प्रकरण में कई अभ्यर्थी नोटिस जारी करने के बावजूद भी बयान दर्ज करने के लिए नहीं आए। जब बयान लेने के लिए पुलिस को उनके घर पर भेजा गया तो वह घर पर भी मौजूद नहीं मिले।
ऐसे जांच में सहयोग न करने वाले अभ्यर्थियों को आरोपित बनाने की तैयारी है। उनका नाम आरोपपत्र में शामिल किया जाएगा।– आयुष अग्रवाल, SSP, STF