LIC के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़। बुजुर्ग रिटायर्ड कर्मचारियों से करता था धोखाधड़ी
देहरादून। उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने देश में इंश्योरेंस के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पिछले 6 सालों से दिल्ली में बैठकर LIC के नाम पर लोगों को ठगने वाले गिरोह का उत्तराखंड एसटीएफ ने भंडाफोड़ कर दिया है।
उत्तराखंड एसटीएफ ने इस गिरोह के सरगना को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी इंश्योरेंस के नाम पर बुजुर्ग रिटायर्ड कर्मचारियों को झांसे में लेकर उनसे लाखों की धोखाधड़ी करता था।
बहरहाल आरोपी का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है और अन्य आरोपियों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है।
बीमा पॉलिसी के नाम पर बनाया था शिकार
विगत 3 मई 2023 को 82 वर्षीय अनसुया प्रसाद थपलियाल निवासी कौलागढ़ रोड राजेन्द्र नगर देहरादून ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में शिकायत दर्ज कराई थी कि साइबर ठगों द्वारा इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर 43,23,351 रुपये की ठगी की गई है
पीड़ित ने बताया था कि, उनके द्वारा कई साल से बंद पड़ी बीमा पॉलिसी चालू कराने व धनराशि वापस कराने के लिए ऑनलाइन सर्च किया था. जिसके बाद अज्ञात आरोपियों ने खुद को IRDA और IGMS विभाग का कर्मचारी बताते हुए उसे अपना शिकार बनाया है।
शिकायत मिलने पर जांच की गई, तो पता चला कि, धनराशि दिल्ली में किसी व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर हुई है। जिससे टीम को दिल्ली भेजा गया और आरोपियों के मोबाइल नंबर की जानकारी करते हुए और धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि जिस खाते में ट्रांसफर हुई है।
उसके खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गई जिससे आरोपी अजीत कुमार को दिल्ली से गिरफ्तार कर किया गया।
गिरोह का सरगना आरोपी अजीत कुमार अब तक 150 फर्जी बैंक खातों के जरिए देश भर में धोखाधड़ी कर चुका है. जांच में पता चला कि आरोपी प्रत्येक फर्जी अकाउंट के लिए खाताधारक को 10 हजार रुपये देता था, जबकि उनके बैंक की सभी जानकारी एटीएम से अपने पास रख लेता था
ताकि ठगी की रकम को खुद ही निकाल सके। जिन खाताधारकों के नाम से बैंक में अकाउंट खुलवाए जाते थे वह अधिकांश रिक्शा चालक, ट्रक चालक और कबाड़ी का काम करने वाले लोग होते थे। अधिकांश बैंक अकाउंट दिल्ली और NCR क्षेत्र में प्राइवेट बैंक में खुलवाए गए थे।
आयुष अग्रवाल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व ऑनलाईन बिजली के बिल का भुगतान करने वाले, विभिन्न पॉलिसियों का ऑनलाईन समाधान करने, ऑनलाईन निवेश कराने वाले व्यक्तियों से सावधान रहें।
किसी भी प्रकार के ऑनलाईन भुगतान करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें।
कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें।