प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना हो सकता है आपके शरीर के लिए घातक साबित। पढ़ें….
देहरादून। प्लास्टिक बोतल में पेय पदार्थ खासकर पानी पीने का चलन आजकल खासा बढ़ गया है। प्लास्टिक का बोतलबंद पानी पीना उच्चस्तरीय जीवन शैली का परिचायक सा बन गया है।
लेकिन स्टेटस सिंबल का रूप ले चुका यह चलन आपके शरीर के लिए घातक साबित हो सकता है। गर्भवती महिलाओ, डायबिटिक और हृदयरोगियो के लिए प्लास्टिक बोतल बंद पानी बेहद नुकसानदायक हो सकता है।
प्लास्टिक की बोतल पहुंचा सकती है नुकसान
प्लास्टिक बोतल (plastic bottles) में बंद पानी कितना ही शुद्ध क्यों नहीं हो लेकिन प्लास्टिक बोतल में मौजूद हानिकारक कैमिकल हमारे शरीर के लिए काफी नुकसानदायक हैं। गर्मी मिलते ही यह कैमिकल पानी में घुलकर हमारे शरीर में पहुंच जाते हैं। लो क्वालिटी के प्लास्टिक बोतल तों मानव शरीर के लिए जहर का सा काम करती है।
कम कीमत के चक्कर में सड़क किनारे बिक रहे सस्ते पानी को रखने के लिए बनायी गयी बोतल और भी खतरनाक साबित हो सकती है। इन बोतलों को बनाने के लिए जिन रसायनों का प्रयोग किया जाता है वह थोड़ी सी भी प्राकृतिक गर्मी मिलने पर घुलकर पानी में मिल जाती है।
यह कैमिकल महिलाओं में गर्भपात और पुरुषो में लो स्पर्म काउंट की समस्या तो पैदा कर ही सकता है साथ ही नवजात शिशुओं में जन्म दोष और दिमाग की कमजोरी हो सकती है। कार जैसी बंद वाहनों में प्लास्टिक बोतल में पानी रखना और लंबे समय तक एक ही बोतल का इस्तेमाल करना तो जान को जोखिम में डालने जैसा ही है।
पेट की बीमारियों को बढ़ाने में भी प्लास्टिक की बोतल (plastic bottles) में मौजूद रसायन जिम्मेदार हैं। लगातार एक ही बोतल मे पानी रखने के कारण यह बोतल जीवाणुंओं का घर बन जाती है प्लास्टिक में पाये जाने वाले बाइसफेनोल ए के कारण पेट पर इसका बुरा असर पड़ता है कब्ज और गैस जैसी समस्या इससे शुरू हो सकती है जो समय बढ़ने के साथ ही विकराल रूप् ले सकती है।
कैंसर हवाई के एक शोध के चलते प्लास्टिक की बोतल (plastic bottles) जब धूप या ज्यादा तापमान का सामना करती हैं तो प्लास्टिक में मौजूद नुकसानदेह कैमिकल डाइआक्सिन का रिसाव शुरू हो जाता है। यह रसायन पानी में घुलकर हमारे शरीर में पहुंच जाता है।
डाईआक्सिन शरीर में मौजूद कोशिकाओ पर बुरा असर डालता है। इस कारण महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए यदि आप हमेशा ही प्लास्टिक बोतल में बंद पानी का लगातार इस्तेमाल करते हैं तो आप इस आदत को छोड़ ही दे तो ही बेहतर है।