यहां कॉल सेंटर में दो युवक और एक युवती बने बंधक। ऐसे बचाई जान

यहां कॉल सेंटर में दो युवक और एक युवती बने बंधक। ऐसे बचाई जान

उत्तराखंड में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आयी। ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला के कुनाऊ गांव में एक कॉल सेंटर से दो युवक और एक युवती भाग निकले।

उनका आरोप है कि, कॉल सेंटर संचालक ने उन्हें जबरन अपने यहां रोक रखा था। आज सुबह मौका देखकर यह तीनों भाग निकले। घटना के बाद कॉल सेंटर संचालक भी फरार हो गए हैं।

पुलिस कॉल सेंटर से भागे युवती और युवकों से पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि, कॉल सेंटर को गौरव नाम का है जो आवास विकास कॉलोनी ऋषिकेश में रहता है।

मूल रूप से वह आगरा का रहने वाला है। उसके साथ में तीन सहयोगी वसीम, गुलाम और मुस्कान रहते थे। जब से वह यहां काम करने आए हैं, तब से उन्हें यहां से बाहर नहीं जाने दिया जाता था।

आज सुबह वह मौका देखकर यहां से भाग निकले। बैराज में पहुंचते ही कॉल सेंटर संचालक गौरव ने एक युवक अरूप कुमार का मोबाइल गंगा में फेंक दिया। इस मामले जांच की जा रही है।

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि, प्रथम दृष्टया यह मामला इंटरनेशनल कॉल सेंटर से जुड़ा है। यह काॅल सेंटर आजाद अली पुत्र अलीबाग के दो कमरों का भवन में संचालित कर रहे थे।

कॉल सेंटर से भागे व्यक्तियों के नाम अरूप कुमार पुत्र चितरंजन, लिंडा और रिचर्ड सभी निवासी रामपुर असम बताये जा रहे हैं। घटनास्थल थाना लक्ष्मण झूला पौड़ी गढ़वाल से जुड़ा होने के कारण कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ने मामला उन्हें सौंप दिया है।