पुरुषोत्तम रेजीडेंसी को बदनाम करने की साजिश से सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की। नामचीन संस्थान पुरुषोत्तम रेजीडेंसी के मैनेजमेंट की ओर से एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने संस्थान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, सोशल मीडिया के माध्यम से उनको एक निजी चैनल की खबर मिली थी,
जिसमें संस्थान के ऊपर आरोप लगाए गए थे, उन्होंने कहा वीडियो में लगाए गए तमाम आरोप बेबुनियाद है, संस्थान को बदनाम करने की नीयत से ऐसा किया गया है, जबकि संस्थान में नियमानुसार कार्य हो रहा है।
पुरुषोत्तम रेजीडेंसी के डायरेक्टर विजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि, उन्हें सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप मिली, जो एक निजी चैनल पर लगाई गई है। वीडियो में संस्थान के बारे में गलत तरीके से आरोप लगाए गए है, जो पूरी तरह से निराधार है। संस्थान को बदनाम करने की साजिश है, जिसके खिलाफ वह नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।
वही संस्थान के जनरल मैनेजर प्रदीप कुमार ने बताया कि, चैनल की वीडियो क्लिप को देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि, ये किस उद्देश्य से बनाई गई है। उन्होंने बताया कि, वीडियो में आरोप लगाया गया है कि, पुरुषोत्तम रेजीडेंसी को विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्व में सील किया गया था, जो पूरी तरह से निराधार है।
संस्थान पिछले कई सालों से नियमानुसार कार्य कर रहा है, उन्होंने कहा, वीडियो को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि, ये संस्थान को बेवजह बदनाम करने और ब्लैकमेल करने के उद्देश्य से बनाई गई है।
उन्होंने कहा वीडियो वायरल होने पर उन्हें ये जानकारी हासिल हुई है, जिसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
रुड़की विकास प्राधिकरण के सहायक अभियंता ड़ी. एस. रावत ने बताया कि, पुरुषोत्तम रेजीडेंसी विभाग के नियमों के मुताबिक़ है, उन्होंने सभी कागजात चैक किए है, ऐसा कहीं नहीं है कि, संस्थान में नियमविरुद्ध कार्य किया गया है।
संस्थान पर सील लगाने वाले सवाल पर उन्होंने कहा कि, ऐसा विभाग द्वारा नहीं किया गया है, जो इस तरह की बात कर रहे है, वो गलत है।