पूर्व सीएम हरीश रावत का एलान। 18 तारीख को करेंगे मुख्यमंत्री आवास पर भूख हड़ताल
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर लटक रही गिरफ्तारी की तलवार से बचने के लिए कांग्रेस द्वारा कल देशव्यापी महंगाई बेरोजगारी के नाम पर विरोध-प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस के तमाम नेता केंद्रीय सरकार को घेरने का कार्य कर रहे हैं।
गत दिवस दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर हरिद्वार पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि, आज चुनाव आयोग सहित तमाम केंद्रीय एजेंसी केंद्र सरकार के इशारे पर कार्य कर रही है। यह काफी चिंताजनक बात है।
वही हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव के परिसीमन को लेकर हरीश रावत ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर भूख हड़ताल करने की तारीख की घोषणा की।
ईडी द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी की जांच के विरोध में तमाम कांग्रेसी नेता सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्र सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि, हाईकोर्ट के सेवा नियुक्त होने वाले जज ने जो कहा है, यह काफी चिंताजनक बात है कि, न्यायपालिका की स्वतंत्रता खत्म ना हो।
आज कुछ संस्थाएं, जिसमें सीबीआई, ईडी, चुनाव आयोग, सेंट्रल विजिलेंस कमिशन, इनकम टैक्स, विभाग इनको जिस तरीके से सरकार का टूल बना दिया गया है। यह चिंताजनक बात है, इसके लिए कांग्रेस का सत्याग्रह जारी रहेगा और आवाज उठाते रहेंगे।
हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव परिसीमन को लेकर हरीश रावत का कहना है कि, हरिद्वार जिले में जिस तरह से आरक्षण और परिसीमन गिरोहवध तरीके से कुछ लोगों को पंचायत चुनाव लड़ने से रोकने और ग्रामीण क्षेत्र की लीडरशिप समाप्त करने के लिए परिसीमन किया गया था, जिससे अच्छे नेता चुनाव ना लड़ सके। इस कार्य को गिरोहवध तरीके से किया गया है।
जिले की पंचायती संस्था और जिलाधिकारी का अपहरण किया गया, यह गिरोह के कब्जे में है। इससे पंचायती लोकतंत्र खतरे में है। मेरे द्वारा 7 तारीख को मुख्यमंत्री आवास के बाहर भूख हड़ताल पर बैठने का ऐलान किया गया था। मगर मुख्यमंत्री चार-पांच दिन के लिए दिल्ली में है, इसलिए अब मैं 18 तारीख को मुख्यमंत्री आवास के बाहर भूख हड़ताल पर बैठूंगा।