विधानसभा में उठा किच्छा के हॉट बाजार का मुद्दा। विधायक ने कहा यह….
किच्छा- दिलीप अरोरा
किच्छा में आजकल एक मुद्दा सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा हैं। दरअसल, मामला किच्छा की पुरानी मंडी में लगने वाले साप्ताहिक बाजार का हैं। इस बाजार का विरोध इसलिए हो रहा हैं, क्योंकि यहाँ बहार आने-जाने का एक मात्र ही रास्ता हैं और इस रास्ते पर रेलवे फाटक हैं।
पहले के मुकाबले अब ट्रेनों की भी आवाजही बहुत बढ़ गयी हैं और थोड़े समय में ही यहाँ से आने-जाने वाली ट्रेनों की संख्या तो बढ़ेगी ही, साथ यहाँ से हाई स्पीड ट्रेने भी दौड़ेंगी।
यहाँ के जनता अनुसार ज़ब-ज़ब यहाँ बजार लगता है उससे यहाँ जाम की भयंकर स्थिति उतपन्न हो जाती है और इस क्षेत्र में कभी कोई अग्निकांड या कोई प्राकृतिक आपदा या कोई मरीज हुआ तो यहाँ इस जाम की वजह से कोई भी आपातकालीन सेवा सही समय पर नहीं पहुंच पाएगी और जिस कारण से किसी की भी जान जा सकती है।
समाज सेवियों का यह भी आरोप है कि, इसके लिए समय-समय पर ज्ञापन भी स्थानीय और उच्च अधिकारियों को भेज इस दुःखद स्थिति से अवगत कराया। सरवती देवी ट्रस्ट के मिडिया प्रभारी ने और समाजिक कार्यकर्ताओं ने 7 अप्रैल को इस पर सबसे पहले ज्ञापन दिया था, उसके बाद करीब आधा दर्जन ज्ञापन दिए जा चुके है।
बावजूद इसके अभी तक इस मुद्दे का कोई भी हल नहीं निकल पाया है। समाज सेवियों ने बताया कि, नगर पालिका ठेकेदार यहाँ की सड़कों पर बाजार लगाकर सब्जी की दुकानों से पैसे लेता है। यह सड़कें आने-जाने के लिए है।
मेरी विधायिका का अपमान हुआ: विधायक किच्छा
किच्छा के हॉट बजार के मुद्दे पर ज़ब कोई हल नहीं निकला तो क्षेत्रीय विधायक ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया और विधान सभा अध्यक्ष को कहा कि, मेरी विधान सभा में एक हॉट बजार लगता है, जिसकी वजह से भयंकर जाम लगता है और कभी-कभी नगर पालिका के लोग भी इस स्थिति को नहीं संभाल पाते।
इस पर स्थानीय लोग सहित व्यापरियों ने भी मुझे इस समस्या के समाधान के लिए कहा, तब मैंने एक लेटर किच्छा कोतवाल को 21 मई अपने स्टॉफ के माध्यम से भेजा और कहा कि, वहाँ दो सिपाही का इन्तजाम कर दें ताकि यह जाम की समस्या दूर हो सके। लेकिन उन्होंने मेरे लेटर को फेंका, मेरे स्टॉफ से अभद्रता की और मेरी विधायिका का अपमान किया।
इस पर मैंने सीएम साहब को और डीआईजी को भी पत्र लिखकर इससे अवगत कराया, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की। यह एक विधायक का मामला है, अपमान का मामला है। इस तरह अगर अपमान होगा तो हम इस पर कार्यवाही करने का निर्देश जारी करेंगे।