कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा बोले, समझौते से बेहतर होगा कि, मैं इस्तीफा दे दूँ
देहरादून। कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालने से पहले ही कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने एक बड़ा बयान दिया। जिसमें उन्होंने ने कहा कि, समझौते से अच्छा होगा कि मैं इस्तीफा दे दूं। जिसके बाद में पार्टी में हड़कम मच गया।
कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को कांग्रेस ने कुछ दिन पहले ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी है। ऐसे में उन्होंने अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आते ही एक बड़ा बयान दिया, जिसमें उन्होंने साफ कहा है कि, आप लोग विधायक है, कोई खुदा नहीं।
उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि, जनता ने आपको वोट संगठन की रणनीति चुनाव चिन्ह देखकर दिया है। लेकिन चुनाव जीतने के बाद अगर आप दलबदल जैसी बात करते हैं। तो वह आम जनता के साथ छलावा है।
साथ ही आप विधायक बने है कोई खुदा नहीं बन गए कि आपके हर फैसले में जनता आपके साथ खड़ी होगी।
लेकिन कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष बनते ही उन्होंने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं, जिसमें उन्होंने मीडिया के सामने आज एक और बड़ा बयान दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि जिस अंदाज में उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश की है।
उससे पता चलता है कि, उनकी कार्यप्रणाली की झलक देखने को मिली। साथ ही उन्होंने मीडिया के माध्यम से सरकार की नाकामियों को जनता के सामने लाने का काम किया है।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने यह भी संकेत दिए कि संगठन में वह किस तरह से काम करने जा रहे है। साथ ही जिस तरह से कांग्रेस में गुटबाजी की चर्चाएं चल रही उस से पता चल रहा कि कांग्रेंस की भविष्य में क्या स्थिति होने वाली है।
करन माहरा ने अपने तीखे तेवर दिखाकर मीडिया के सामने कहा कि वह साफ कह चुके है कि समझौता करने से बेहतर होगा कि, मैं इस्तीफा ही दे दूं।