एक परिवार के चार लोगों की गला रेतकर हत्या। क्षेत्र में दहशत, जांच में जुटी पुलिस
उत्तराखंड के उधमसिंहनगर जिले के नानकमत्ता में एक ही परिवार के चार लोगों की गला रेंतकर और चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गयी। बुधवार दोपहर बाद नेशनल हाईवे 125 के किनारे झाड़ियों में दो युवकों के शव मिलने के बाद इस वारदात का खुलासा हुआ।
बुजुर्ग महिला और बेटी के शव घर पर ही मिले। एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एसपी समेत जिले के आला अधिकारी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं।
आस-पास के थाना क्षेत्रों की पुलिस भी मौके पर बुला ली गई है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वायड के जरिए घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाने की कोशिश की जा रही है। चौहरे हत्याकांड से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक अंकित रस्तोगी उर्फ अजय रस्तोगी(28) पुत्र शिव शंकर वार्ड नंबर 6 नानकमत्ता में अपनी मां आशा रस्तोगी(55) पत्नी शिव शंकर रस्तोगी के साथ रहते थे। करीब 1 महीने पहले उन्होंने यहां ज्वेलर्स की दुकान खोली थी।
उनका हाथ बंटाने के लिए अंकित का ममेरा भाई उदित रस्तोगी पुत्र अनिल रस्तोगी निवासी शाही बरेली और उसकी दादी सन्नो देवी(80) पत्नी हजारीलाल कुछ समय पूर्व ही उनके घर में आए थे। चारों लोग एक ही घर में रह रहे थे। जबकि अंकित के पिता शिव शंकर रस्तोगी अपने दूसरे बेटे आदेश रस्तोगी के साथ नानकमत्ता में ही रह रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार दोपहर बाद करीब 2 बजे कुछ लोगों ने पुलिस को एनएच 125 से जुड़े लिंक मार्ग सिद्धावधिया मार्ग पर पुल से करीब 100 मीटर दूरी पर दो शव पड़े होने की सूचना दी। इस सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
सूचना पाते ही मौके पर पुलिस पहुंची तो दोनों युवकों के क्षत-विक्षत शव बरामद हुए। शवों पर धारदार हथियार के गले और पूरे शरीर पर गहरे निशान थे। पुलिस का मानना है कि, किसी तेज चाकू जैसे हथियार से युवकों का गला रेंता गया हो।
पुलिस को मौके से मृतक अंकित रस्तोगी का मोबाइल मिला। इसके जरिए पुलिस ने अंकित के भाई आदेश रस्तोगी से फोन कर संपर्क साधा। भाई की मौत की सूचना से आदेश स्तब्ध हो गया। पुलिस ने आदेश से अंकित के घर की जानकारी ली और पुलिस की एक टीम घर की ओर रवाना हो गई।
पुलिस जब वार्ड नंबर 6 में अंकित के घर पहुंची तो घर का शटर गिरा हुआ था, लेकिन अंदर से बंद नहीं था। पुलिस ने शटर उठाकर अंदर देखा तो अंदर आशा रस्तोगी और शन्नो देवी के शव पड़े हुए थे।