प्रदेश में दो दिनों तक रहेगी भारी बारिश, बढ़ सकती है ठंड
उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया है। वहीं इस बार 17 और 18 अक्टूबर को उत्तराखंड में 2013 में हुई बारिश की याद ताजा कर दी। मौसम विभाग की माने तो 17 और 18 अक्टूबर को प्रदेश में बहुत तेज बारिश होने की आशंका जताई जा रही है, जिसमें तेज हवाओं के साथ भूस्खलन, नदी नाले उफान पर होने की भी आशंका जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने राज्य सरकार से आम लोगों के घर से बाहर कम निकलने की अपील की है। साथ ही जो भी बाहरी यात्री उत्तराखंड आ रहे हैं, उन्हें सुरक्षित स्थान पर रहने की हिदायत दी गई है, ताकि किसी भी प्रकार से कोई भी जन हानि बारिश के चलते न हो।
उत्तराखंड में पिछले करीब 10 दिनों से अच्छी धूप खिली हुई थी, मौसम खुशनुमा था। लेकिन अचानक से मौसम विभाग ने 2 दिनों का भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है, जिससे प्रदेश में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
मौसम विभाग के जारी किये अलर्ट के साथ ही लोगों से दो दिनों तक बहुत सतर्क रहने की भी सलाह दी है। मौसम विभाग ने बारिश के अलर्ट के साथ ही तेज हवाएं, ओलावृष्टि और लैंडस्लाइड होने की संभावना व्यक्त की है।
मौसम विभाग ने अपने अलर्ट के साथ ही लोगों से अपील की है कि, बहुत जरूरी न हो तो इन दो दिन 17 और 18 अक्टूबर को यात्रा न करें। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि, बारिश के साथ ही प्रदेश में तेज हवाएं भी चलेंगी जिससे कई जगह पेड़ गिरने की भी संभावनाएं हैं।
ऐसे में भी लोगों को सतर्क रहने के लिए मौसम विभाग ने कहा है। 18 अक्टूबर को ज्यादातर कुमाऊं क्षेत्र में भारी बारिश की मौसम विभाग ने संभावना जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विक्रम सिंह के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से शनिवार को भी पहाड़ से लेकर मैदान तक तेज गर्जना के साथ बारिश होने की संभावना है।
विक्रम सिंह के मुताबिक पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी बारिश होने के साथ ही अचानक पारा तेजी से बढ़ेगा और ठंडक दस्तक दे देगी। हालांकि पिछले कई दिनों से रात में न्यूनतम पारा 20 डिग्री सेंटीग्रेड से कम है और बारिश से पारे में और गिरावट की संभावना है। दूसरी ओर जिला प्रशासन व आपदा प्रबंधन विभाग सक्रिय हो गया है।