विद्युत पोलों पर नाम लिखवाकर प्रचार-प्रसार करने वाले दो नामी नेताओं के खिलाफ तहरीर
ऋषिकेश। बिजली के पोलों पर अपना नाम लिखवाकर प्रचार-प्रसार करने वाले नेताओं पर अब मुकदमें की तलवार लटक रही हैं। दरसल, मामला ऋषिकेश का है। जहां ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने शहर के दो नामी नेताओं द्वारा विद्युत पोलो पर नाम लिखवाने के संबंध में विद्युत सुरक्षा अधिनियम के उल्लंघन के तहत थाना रायवाला और कोतवाली ऋषिकेश में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने को लेकर शिकायती पत्र भेजा है।
जानकारी के अनुसार विद्युत वितरण उपखंड अधिकारी रायवाला और उपखंड अधिकारी ऋषिकेश में क्रमशः थाना रायवाला और कोतवाली ऋषिकेश में कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला और यूजेपी नेता कनक धनाई के खिलाफ तहरीर दर्ज कराई है। जिसमें बताया गया कि ऋषिकेश और रायवाला क्षेत्र के बिजली पोलों पर कनक धनाई और जयेंद्र रमोला आदि नाम लिखे गए हैं। इससे यहां पेंट करने के साथ विद्युत घातक घटना हो सकती थी।
वहीं वर्तमान में विद्युत लाइन की रिपेयरिंग में लाइनमैन को भी असुविधा हो रही है। साथ ही निगम द्वारा आरएपीडीआरपी योजना के अंतर्गत कराए गए जीपीएस में पिन कोडिंग कई स्थानों पर मिट चुके हैं। जिससे मैपिंग से संबंधित कार्य भी काफी हद तक प्रभावित हुआ है। इतना ही नहीं विद्युत परिसंपत्तियों को क्षति पहुंचाने का प्रयास एवं लोक प्रतिनिधित्व नियमों का उल्लंघन इन नेताओं द्वारा किया गया है।
वहीं इस पूरे मामले में यूजेपी नेता कनक धनाई का कहना है कि, राजनीतिक षड्यंत्र के चलते मुझे गलत तरीके से फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। क्षेत्रीय विधायक के दबाव में आकर विद्युत अफसरों ने मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जबकि अधिकारियों को विद्युत के जर्जर पोलों और लटकती तारों की मरम्मत के लिए मशक्कत करनी चाहिए न कि विधायक के दबाव में आकर गलत तरीके से मुकदमा दर्ज कराया जाए।
वहीं कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने कहा कि, क्षेत्रीय विधायक के दबाव में आकर अधिकारियों ने हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया हैं। जबकि शहर के अन्य पोलों पर भी भाजपा विधायक के मुख्यमंत्री के साथ बैनर और होर्डिंग लगे हैं। ऐसे में यदि अफसरों को कार्यवाही करनी है तो क्षेत्रीय विधायक सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ करनी चाहिए, क्योंकि न्याय सबके लिए एक सामान है।