अभिभावकों की जेब पर आर्थिकी का भार। नौकरियों हेतु आवेदन शुल्क माफ करो सरकार
– सरकार द्वारा सभी पदों पर भर्ती हेतु लिया जाता है आवेदन शुल्क
– अभिभावकों की जेब पर पड़ता है आर्थिक भार
– आर्थिक संसाधनों की तंगी से कई बेरोजगार आवेदन करने से रह जाते हैं वंचित
विकासनगर। सरकार द्वारा भिन्न-भिन्न श्रेणी के पदों हेतु आवेदन/परीक्षा शुल्क निर्धारित किया हुआ है। जबकि प्रदेश में लाखों बेरोजगार ऐसे हैं, जो नौकरियों हेतु आवेदन करने की सोचते हैं। लेकिन आर्थिक तंगी के चलते नौकरियों हेतु आवेदन नहीं कर पाते। क्योंकि उनको अपने अभिभावकों पर ही आर्थिक रूप से आश्रित रहना पड़ता है।
शनिवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने इस बात को प्रमुखता से रखते हुए कहा कि, नौकरियों की प्रत्याशा में बेरोजगारों को परीक्षा/आवेदन शुल्क चुकाने के साथ-साथ बस किराया एवं दूरदराज के परीक्षा स्थल पर ठहरने/खाने इत्यादि का बिल चुकाना दूभर हो जाता है।
इसलिए मोर्चा सरकार से मांग करता है कि, बेरोजगारों की पीड़ा को देखते हुए परीक्षा/आवेदन शुल्क माफ करने की दिशा में कार्रवाई करे।