कोरोना से निपटने के बजाए जुबानी जंग में जुटे भाजपाई
कोरोना महामारी में एक तरफ जनता टीकाकरण के अभाव में पिस रही हैं, वही दूसरी ओर कोरोना को दरकिनार करके सत्ता में बैठे भाजपा के नेता आपस में सियासी जंग खेलने में व्यस्त हैं।
भाजपा नेताओं की जुबानी जंग के कारण उत्तराखंड की जनता कोरोना महामारी के बीच पिस रही हैं। जिससे उत्तराखंड की जनता में भारी नाराजगी हैं। एक तरफ कोरोना महामारी का इतना बड़ा संकट प्रदेश पर आया हुआ हैं, वहीं दूसरी ओर 7 महीने बाद चुनाव आने वाले हैं, फिर भी भाजपा मंत्री और विधायक आपसी लड़ाई से उलझकर भाजपा की मुसीबतें बढ़ाने में जूट हुए है।
गौरतलब है कि, भाजपा हाईकमान ने अब तक मंत्री और विधायकों की आपसी लड़ाई में कोई दखलअंदाजी नहीं की हैं। इस जुबानी जंग की शुरुआत हरीश रावत ने की। हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सिंह रावत पर निशाना साधते हुए बोला कि, अगर 4 साल पहले स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य में कदम उठाए जाते तो जनता को आज इस बेकद्री का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने राज्य में अलग स्वास्थ्य मंत्रालय के पक्ष में भी बात की।
वहीं इसके 3 दिन बाद ही कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने त्रिवेंद्र सरकार के 4 साल पर कटाक्ष कर डाला जिसने हरक सिंह के बयान में आग में घी डालने का काम कर दिया। इसके बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र भी नहीं चूके और जोशी पर निशाना साधते हुए उन्हें अनुभवहीन मंत्री बता दिया।
ये जुबानी जंग यहीं नहीं रुकी। गुरुवार को कोविड सेंटर के निरीक्षण की व्यवस्थाओं को लेकर मंत्री जोशी व क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ आमने सामने आ गए।
मंत्री और विधायकों की इस जंग ने बैठे-बैठे भाजपा की किरकिरी कराई हुई हैं। लेकिन अभी तक भी भाजपा हाईकमान ने कोई दखलअंदाजी नहीं की।
वहीं उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि, भाजपा आरोप लगाती है कि, कांग्रेस राजनीति करती है। कांग्रेस विपक्ष में है, उसका धर्म है वह सरकार की कमियों को सामने लाएं।
जिससे सरकार उन कमियों को दुरुस्त करें लेकिन भाजपा में इसका बिल्कुल उल्टा हो रहा हैं। भाजपा के अंदर आपसी मंत्री खुलकर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और कोरोना से निपटने के लिए सरकार पर ही लापरवाही के आरोप लगा रहे हैं।
भाजपा के प्रांतीय अध्यक्ष मदन कौशिक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चेतावनी दी कि, कोरोना के खिलाफ जंग में मुख्यमंत्री तीरथ रावत की अगुवाई में सरकार बेहतर काम कर रही हैं।
लगातार स्वास्थ्य संबंधित संसाधन बढ़ाया जा रहे हैं, ऑक्सीजन संकट हो या फिर दवा व स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों की कालाबाजारी करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही हैं।
ऐसे वक्त में मंत्री विधायक स्वयं ही बयानों में उलझते रहे तो इससे लड़ाई कमजोर पड़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि, भाजपा कार्यकर्ता हर वक्त प्रभावित लोगों की मदद के लिए खड़े है। राज्य भर में खोले गए 15 कंट्रोल रूम के जरिए ऐसे लोगों को वेंटिलेटर पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वहीं से लोगों को घर-घर जाकर राशन किट बांटी जा रही हैं।
कौशिक ने कहा कि, पार्टी के नेता भविष्य में यदि एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे तो उसे अनुशासनहीनता के दायरे में समझा जाएगा और ऐसे नेताओं का नोटिस भेजा जाएगा।