रुड़की में हुड़दंगियों की दबंगई। घर में घुसकर लोगों से की मारपीट, एक का सिर फूटा
रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की में एक मकान को लेकर हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओ ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की और नारेबाजी करते हुए गालीगलौज पर उतर आए। जिसके बाद पुलिस ने मामले को बमुश्किल शांत कराया।
रुड़की में बीएसएम कॉलेज के सामने एक मकान को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा है। एक पक्ष का कहना है कि, उसने मकान को खरीदा हैं जिसके एवज में करीब डेढ़ करोड़ रुपये भी अदा किए है। जबकि दूसरे पक्ष का आरोप है कि, फर्जी बैनामे के आधार पर मकान पर कब्जा किया गया है। मामले की शिकायत पूर्व में ही रुड़की तहसील प्रशासन से की जा चुकी है। जिसमे जांच चल रही है। आज कुछ युवक उक्त मकान पर पहुँचे और हंगामा करते हुए मारपीट शुरू कर दी। हंगामे की सूचना पर गंगनहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँची और बमुश्किल हंगामा शांत कराते हुए मकान पर ताला लगा दिया। इस मारपीट में घर मे मौजूद महिला घायल हुई है, जिसका उपचार रुड़की सिविल अस्पताल में किया जा रहा है।
आपको बता दे कि, रुड़की के बीएसएम कॉलेज स्थित एक मकान को लेकर उस समय हंगामा हो गया जब कुछ हुड़दंगी उक्त मकान पर पहुँच गए और हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि, हुड़दंगइयो ने घर मे मौजूद लोगों के साथ मारपीट भी की। जिसमे मौजूद महिला को चोटें आई है। हंगामे की सूचना गंगनहर पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुँची पुलिस ने बमुश्किल हंगामा शांत कराया और उक्त विवाद वाले मकान पर ताला लगा दिया।
मकान पर काबिज व्यक्ति ने बताया कि, उनके बेटे ने ये मकान करीब डेढ़ करोड़ रुपये में खरीदा है जिसका बैनामा भी हो चुका है, उन्होंने बताया पेमेंट बैंक के द्वारा की गई है जिसकी पूरी डिटेल उनके पास है। उन्होंने कहा अब ये लोग हठधर्मिता पर उतारू है और हंगामा कर माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे है। वहीं गंगनहर पुलिस ने डॉक्टर पक्ष के लोगों से मकान को कब्जा मुक्त कराया और सील लगा दी वही कुछ ही देर बाद पुलिस खुद ही दूसरे पक्ष के लोगों को मकान पर लेकर पहुंची और सील खोल कर मकान पर कब्जा दिला दिया।
जिसके बाद पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे हिन्दू संगठनों के लोगों ने हुड़दंग मचाना शुरू कर दिया और नारेबाजी करते हुए गालीगलौज पर उतारू हो गए और पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही। बड़ा सवाल पुलिस पर भी खड़ा होता है कि, एक तरफ तो एक पक्ष से मकान खाली कराकर शांति व्यवस्था का हवाला देकर मकान पर सील लगा देती है, तो वही दूसरी तरफ कुछ ही देर बाद पुलिस दूसरे पक्ष को अपने साथ लेकर आती हैं और मकान की सील खोलकर कब्जा दे देती हैं। ऐसे में यदि दोनो समुदायों के बीच कोई बवाल या हादसा होता तो इसका जिम्मेदार कौन होता?
वही एसपी देहात प्रमेन्द्र सिंह डोबाल का कहना है कि, हंगामे की सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को नियंत्रित किया गया। अभी किसी की ओर से कोई तहरीर प्राप्त नही हुई हैं, तहरीर आने के बाद अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।