कोटद्वार नगर निगम के अजब-गजब कारनामे। बना चर्चा का विषय
रिपोर्ट- मनोज नोडियाल
कोटद्वार। नगर निगम जब से बना है तब से लेकर वर्तमान तक अपने अजब-गजब फ़ैसलों की वजह से फजीहत झेल रहा है। कहने को तो नगर निगम कभी धन न होने का रोना रोता रहता है, तो कभी वर्तमान सरकार पर धन के मामले में सहयोग करने का रोना रोता है। लेकिन अपने ऊल-जलूल फ़ैसलों व अनाप-शनाप मदों में धन खर्च कर मुसीबतें मोल लेता रहता है। ऐसा ही एक मामला कई दिनों से शहर में चर्चा का विषय बना हुआ था। जिसमें नगर निगम कोटद्वार में शासन द्वारा अपने चहेते को लाभ पहुंचाने के लिए प्रशासन और परिवहन विभाग की नियमावली को ताक पर रख सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है।
बुधवार को इसी प्रकरण को लेकर संस्कार संस्था के अध्यक्ष सुधीर बहुगुणा ने मीडिया को आर टी आई से ली गई जानकारी के आधार पर बताते हुए कहा कि, नगरनिगम शासन द्वारा नगर निगम प्रशासन पर दबाव बनाकर अपने चहेते को पिछले एक साल में परिवहन विभाग की नियमावली की असहमति के बावजूद गैरकानूनी तरीके से लाभ पहुंचाने का काम हो रहा है। यही नहीं नगर निगम कोटद्वार की मेयर के लिए जो वाहन संचालित है, उस वाहन को भुगतान न कर दूसरे वाहन का भुगतान किया गया है। नगर निगम कोटद्वार में प्रयोग हो रहा विवादित वाहन वर्तमान में नगर निगम कोटद्वार की मेयर को जो वाहन प्रयोग हेतु मिला, वह वाहन न तो नगरनिगम प्रशासन ने स्वीकृति दी है, न ही परिवहन विभाग के अधिकारियों ने अनुमति दी है।
वाहन नं.यूके 15B6242 जो व्यक्तिगत नंबर है, जिसे परिवहन नियमावली के तहत नगर निगम प्रयोग नही कर सकता। परन्तु परिवहन विभाग के नियमावली के खिलाफ मेयर वाहन संचालित करवा रही हैं। बात यहीं खत्म नहीं हो गई, मेयर द्वारा कुछ पार्षदों के दबाव के चलते वाहन का जो भुगतान किया जा रहा है वह तो पूरी तरह 420 का मामला बन गया है, अथार्त जिस वाहन का भुगतान हो रहा है वह नंबर UK15TA1515 है। वाहन की श्रेणी इनोवा एफ एल टी है तथा 2018 माडल है। जबकि निविदा में इनोवा क्रिस्टा माडल 2019 की मांग की गई थी। नगर निगम कोटद्वार ने 35,000 मासिक भुगतान पर वाहन की निविदा मांगी, परन्तु भुगतान भी 41,064 रुपये का हो रहा है। इन सब गड़बड़ियों की शिकायत व जांच की मांग सुधीर बहुगुणा द्वारा सचिव शहरी विकास मंत्रालय, जिलाधिकारी पौड़ी, आरटीओ पौड़ी व सहायक कोषाधिकारी कोटद्वार से भी की गयी है।