बेरोजगार युवा आत्महत्या करने पर मजबूर, सरकार माफियागिरी में मशगूल
– लाखों युवाओं को रोजगार देने का दावा बना झूठ का पुलिंदा
– 4 सालों में मात्र 62 पदों हेतु भेजा गया अधियाचन लोक सेवा आयोग को
– सरकार की युवाओं को रोजगार देने में नही है दिलचस्पी
विकासनगर। जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने आज मीडिया में एक ब्यान जारी करते हुए कहा कि, सरकार द्वारा समाचार पत्रों में झूठे विज्ञापन छपवाकर लाखों युवाओं को रोजगार दिए जाने की बात कही गई है, जबकि धरातल पर आंकड़ा बिल्कुल इसके उलट है। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि, सरकार द्वारा इन 4 वर्षों में सहायक वन संरक्षक के 45 पदों, सहायक नगर नियोजक के 8 तथा सम्मिलित राज्य सिविल/अपर अधिनस्थ सेवा परीक्षा के 9 पदों पर अधियाचन उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को भेजा है यानी कुल 62 पदों हेतु अधियाचन भेजा गया है।
हास्यास्पद है कि, इन 62 पदों के सापेक्ष आज तक एक भी युवा को रोजगार नहीं मिल पाया। इसके अतिरिक्त यही हाल कमोबेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का है, जिसके द्वारा त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में मात्र 2,816 पदों पर चयन संस्तुति कर विभागों को भेजी गई है यानि उनको भी अब तक रोजगार नहीं मिल पाया। सरकार का ध्यान सिर्फ और सिर्फ माफियाओं को लाभ पहुंचाने में है चाहे उनके लिए रातों-रात विधेयक ही क्यों ना लाना पड़े।
नेगी ने कहा कि, प्रदेश का युवा बेरोजगार आत्महत्या कर रहा है तथा सरकार अपनी झूठी उपलब्धियों का बखान समाचार पत्रों में झूठे विज्ञापन छपवा कर कर रही है। मोर्चा युवाओं से आह्वान करता है कि इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सड़कों पर उतरें।