हरिद्वार का मिस्सरपुर गांव हुआ पानी-पानी, किसानों की खेती बर्बाद
– स्थानीय लोगों में विभागीय अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। उत्तराखंड सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण हरिद्वार के मिस्सरपुर गांव के रहने वाले लोगों के लिए सिंचाई का पानी मुसीबत बन गया। किसानों की खेती के लिए बनाई गई छोटी नहर में देर रात अचानक पानी छोड़े जाने से मिस्सरपुर के पास छोटी नहर की एक ढांग टूट गई, जिस कारण छोटी नहर का पानी गांव में घुस गया और इस कारण लोगों को काफी नुकसान का सामना भी करना पड़ा। मगर विभागीय अधिकारियों को सूचना देने केेे बाद कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
सिंचाई के लिए बनाई गई छोटी नहर कि हर साल गंगा बंदी के दौरान सफाई और मरम्मत का कार्य किया जाता है। मगर इस बार छोटी नहर की ना तो सफाई की गई और ना ही मरम्मत का कार्य किया गया। जिस कारण कल देर रात अचानक पानी छोड़े जाने पर तेज बहाव के कारण नहर की एक ढांग टूट गई। इस कारण नहर का पानी गांव और खेतों में घुस गया। जिससे लोगों को काफी नुकसान हो गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि, यह छोटी नहर किसानों की फसलों को पानी देने के लिए बनाई गई है। मगर विभाग द्वारा छोटी नहर की सफाई नहीं कराई जाती। दो महीने पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है। विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी कोई भी कार्रवाई नहीं की जाती। कल देर गंग नहर से पानी छोड़े जाने से छोटी नहर की एक ढांग टूट गई और पूरे गांव में पानी ही पानी हो गया। किसानों की फसल भी बर्बाद हो गई ।इससे किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है। मगर कोई भी विभागीय अधिकारी मौके पर नहीं आया।
सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण मिस्सरपुर गांव के लोगों का काफी नुकसान हो गया। क्योंकि छोटी नहर का सारा पानी गांव में आ गया और इससे किसानों की फसल भी खराब हो गई। मगर विभागीय अधिकारी सूचना मिलने के बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे। इसको लेकर स्थानीय निवासियों में भी काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। विभाग की लापरवाही को लेकर जब हमारे द्वारा विभागीय अधिकारियों से इस मामले में बात करनी चाही तो विभागीय अधिकारी कैमरे पर आकर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।