विपक्षी दलों से आगे निकली “आप” के पीछे कदमताल कर रहे भाजपा, कांग्रेस, यूकेडी
● सोशल मीडिया पर BJP को पछाड़ा
● दिवाकर भट्ट को देवप्रयाग में घेरा
● कांग्रेस हर मामले में फिसड्डी पिछलग्गू
● उत्तराखण्ड में आप ही आप
देहरादून। उत्तराखण्ड में आम आदमी पार्टी तेजी से अन्य दलों से काफी आगे निकल गयी है। BJP की ही तरह AAP के पास प्रदेश स्तर पर चेहरा न होने के बावजूद भी अच्छे नामी लोग आम आदमी पार्टी से जुड़ रहे हैं। पूर्व IAS सुवर्धन और पूर्व IPS अनंतराम चौहान ने आप ज्वाइन कर ली। पूर्व मेजर जनरल डॉ सीके जखमोला पहले ही पार्टी से जुड़ चुके हैं। चमोली में मेजर रवि बिष्ट ने भी आप जॉइन की है।
कांग्रेस आपसी रार-तकरार गुटबाजी में
कांग्रेस आपसी रार-तकरार गुटबाजी में है और वैसे भी कांग्रेस यदि रात-दिन एक भी करे तो भी शायद उसे 2022 में मुश्किल से ही कुछ और सीटें मिलेंगी। आंकड़े भी कहते हैं कि 2017 में कांग्रेस ने उत्तराखण्ड में 70 में से 11 विधानसभा सीट जीती तो 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 70 विधानसभा सीट में से महज 05 सीट पर ही आगे रही। रही सही कसर कांग्रेस हाईकमान ने हरीश रावत को पंजाब का प्रभारी बना कर पूरी कर दी। असल मे 5 राज्यों में 2022 में एक साथ चुनाव हैं जिसमें पंजाब-उत्तराखण्ड भी शामिल हैं, तो पंजाब के प्रभारी हरदा पंजाब देखेंगे, मतलब हरीश रावत उत्तराखण्ड से आउट! प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के बयानों से तो कांग्रेस कार्यकर्ता ही परेशान-निराश हैं, तो कांग्रेस की तो गई भैंस पानी में!
क्षेत्रीय दलों का बुरा हाल
यूकेडी, उपपा, उनपा, उप्रपा, सर्वजन स्वराज समेत अधिकांश दलों के पास न नेता हैं और न ही विजन। सबसे अहम बात यह है कि, क्षेत्रीय दल जनता के सामने कोई पोलिटिकल एजेंड़ा लेकर गये ही नहीं। उनके पास रटी-रटाई समस्याएं और समाधान हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं है। न सदस्य, न संसाधन, न फंड, न नीति और न नेता। इसके बावजूद एकजुट होने को भी तैयार ही नहीं हैं। देवप्रयाग से यूकेडी नेता गणेश भट्ट को तोड़कर आप ने यूकेडी अध्यक्ष दिवाकर भट्ट को देवप्रयाग में ही घेर डाला है। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में ‘फील्ड मार्शल’ के नाम से मशहूर यूकेडी अध्यक्ष दिवाकर भट्ट 2007 में देवप्रयाग से जीत कर बीजेपी की खंडूरी सरकार में मंत्री बने और फिर 2012 में बीजेपी में शामिल होकर देवप्रयाग से बीजेपी के टिकट पर चुनाव हारे। भट्ट आजकल फिर से यूकेडी के अध्यक्ष हैं।
सोशल मीडिया पर ‘आप’ ने बीजेपी-कांग्रेस को पछाड़ा
अभी 3 महीने पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वीडियो जारी कर उत्तराखण्ड में 2022 विधानसभा चुनाव में सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की। आम आदमी पार्टी अभी तक उत्तराखण्ड में पूरी तरह से अपने अभियानों में जुटी भी नहीं है और “आम आदमी पार्टी उत्तराखण्ड 1,85,338 लाइक” पाने के साथ ही उत्तराखण्ड में ऑफिशियल “फेसबुक” साइट पर सबसे ज्यादा लोगों का समर्थन पाने वाली पार्टी बन गयी है।
बीजेपी दूसरे पायदान तो कांग्रेस फिसड्डी
उत्तराखण्ड में फेसबुक पर दूसरे नंबर पर खुद को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बताने वाली भारतीय जनता पार्टी है। “भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर 1,82,989 लोगों के लाइक” हैं। वहीं उत्तराखण्ड में सबसे फिसड्डी कांग्रेस है। सोशल प्लेटफॉर्म पर काफी पिछड़ी हुई “कांग्रेस उत्तराखण्ड के ऑफिशियल फेसबुक पेज को 67,563” लोगों ने ही समर्थन दिया है। कांग्रेस का आईटी सेल काफी निष्क्रिय दिखाई देता है।
आप प्रवक्ता संजय भट्ट ने कहा कि, उत्तराखण्ड में भी दिल्ली की तरह ही आप ही आप होगा। फिर उत्तराखण्ड में आप की सरकार दिल्ली की ही तर्ज पर फ्री बिजली, पानी, स्वास्थ, रोजगार और भ्रष्टाचार मुक्त शासन पर काम करेगी और तब सफल होगा उत्तराखण्ड निर्माण का मकसद।