निजी स्कूल द्वारा किसी अभिभावक या बच्चे को फीस के लिए नही किया जाएगा प्रताड़ित
– शिक्षा सचिव द्वारा दिल्ली के पैटर्न पर काम करने का दिया आश्वासन
– स्कूल एक महीने की ट्यूशन फीस के अलावा कोई शुल्क नहीं ले सकेगा
देहरादून। आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र सिंह आनन्द एवं संगठन प्रभारी डीके पाल शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम से मिले और स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। जिस पर तत्काल निर्णय लेते हुए शिक्षा सचिव द्वारा यह आश्वासन एवं सहमति जताते हुए कहा कि, उत्तराखंड में दिल्ली पैटर्न पर सभी निजी स्कूलों को यह निर्देशित किया जाएगा कि, निजी स्कूलों द्वारा किसी भी बच्चे से एडवांस फीस न ली जाए केवल एक माह की फीस ली जाए और फीस में केवल ट्यूशन फीस ही ली जाए।
शिक्षा सचिव नव ये भी कहा कि, किसी भी प्रकार का अन्य शुल्क ट्रांसपोर्टेशन चार्जेस आदि स्कूलों द्वारा नहीं लिया जाएगा और यदि किसी अभिभावक के पास फीस चुकाने के पैसे ना हो तो उसके बच्चे का नाम स्कूल से नहीं काटा जाएगा, न ही उस पर फीस जमा कराने के लिए कोई दबाव बनाया जाएगा। यदि किसी निजी स्कूल द्वारा किसी अभिभावक या बच्चे को फीस के लिए प्रताड़ित किया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस क्रम में आप पार्टी के प्रवक्ता रविंद्र आनंद ने बताया कि, यह अभिभावकों के हित में पहली जीत है। जिसे आम आदमी पार्टी पूर्ण रूप से अभिभावकों और उनके बच्चों को समर्पित करती है। आम आदमी पार्टी भविष्य में भी दिल्ली के शिक्षा मॉडल जिसकी प्रसंसा पूरे विश्व में हो रही है को उत्तराखंड में लागू करने का प्रयास करेगी।
शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी के नागरिक हितैषी दिल्ली मॉडल को उत्तराखंड में लागु करने के लिए कृतसंकल्प है। इस मौके पर पार्टी के संगठन प्रभारी डीके पाल ने कहा कि, यह उपलब्धि समस्त अभिभावकों की एवं समस्त आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की है और भविष्य में भी आम आदमी पार्टी सदैव अभिभावकों के साथ खड़ी है।