वन विभाग ने गुलदार को किया आदमखोर घोषित
– गुलदार को मारने के लिए गांव में शूटर तैनात….
– तिमली गाँव में दिखा गुलदार….
रिपोर्ट- शम्भू प्रसाद….
देहरादून। जखोली ब्लाक के बांसी गांव में गुलदार के हमले के बाद वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर दिया है। गुलदार को मारने के लिए शिकारी लखपत सिंह रावत समेत दो शूटर को गांव में तैनात कर दिए गए हैं। शुक्रवार रात को ही गुलदार को ढेर करने की योजना थी, लेकिन गुलदार बच कर भाग निकला। वहीं गुलदार के हमले में मारी गई बांसी गांव की महिला सुधा देवी का पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को संगम पर अंतिम संस्कार किया गया।
रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के अधिकारियों ने प्रभावित परिवार को अहेतुक राशि के रूप में 90 हजार रुपये का चेक दिया।
एसडीओ एमएस सिरोही ने बताया कि, गुलदार पहले भी एक व्यक्ति को मार चुका है। बांसी गांव में गुलदार के हमले के बाद गुलदार को आमदखोर घोषित कर दिया गया है। साथ ही शिकारी लखपत रावत समेत दो शिकारियों को गांव में तैनात कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि, प्रभावित परिवार को अहेतुक राशि दे दी गई है। शेष 2 लाख 10 हजार रुपये की धनराशि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद प्रभावित परिवार को दे दी जाएगी। महिला अपने पीछे पति और दो छोटे बच्चे (डेढ़ और तीन वर्ष) छोड़ गई है।
वहीं जिपं सदस्य भारत भूषण ने कहा कि, तीन दिन में दो घटनाओं के चलते पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। उन्होंने दोनों प्रभावित परिवारों की हरसंभव मदद की बात भी कही।
शनिवार को सतनी गांव (सौंराखाल) निवासी मुन्ना सिंह बिष्ट अपनी बाइक से रुद्रप्रयाग आ रहा था। इसी दौरान तिमली गांव समीप गोदीखाल में गुलदार दिखाई दिया। वह तेज गति से बाइक चलाकर वहां से भाग निकला। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी। डीएम व ब्लॉक प्रमुख ने प्रभावित परिवारों को सांत्वना दी।
रुद्रप्रयाग/जखोली जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बांसी गांव पहुंचकर गुलदार के हमले में मारी गई महिला के परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने राजस्व विभाग और वन विभाग को प्रभावित परिवार की त्वरित मदद के आदेश दिए। साथ ही जखोली के नव निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख ने बांसी व सतनी गांव पहुंचकर प्रभावित परिवारों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि, उनके स्तर पर जो भी संभव होगा, वे सहयोग करेंगे।