सवालों के घेरे में फंसा रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत चैनलाइज का कार्य

सवालों के घेरे में फंसा रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत चैनलाइज का कार्य

– ग्रामीणों ने किया विरोध, जमकर नारेबाजी

रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। मानसून को देखते हुए इन दिनों कोटद्वार नगर के नदी, नालों व गदेरे में रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत चैनलाइज का कार्य किया जा रहा है। जिसको लेकर कोटद्वार प्रशासन ने टेंडर प्रक्रिया की है। जिसमें मानकों के अनुरूप खनन को अनुमति दी गयी है। लेकिन नदियों, नालों व गदेरे में रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत चैनलाइज का कार्य लगातार सवालों के घेरे में खड़ा होता नजर आ रहा है।

दरअसल, गत समय पूर्व भी कोटद्वार प्रशासन की टीम ने एक चैनलाइज के कार्यों का निरीक्षण किया था। इस दौरान भी खनन कार्य में काफी अनियमितताएं पाई गई थी।
उधर, अब कोटद्वार नगर के वार्ड – 36, शितल बस्ती (नई बस्ती) के तमाम ग्रामीणों ने तेली स्रोत गदेरे में रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत चैनलाइज में खनन के कार्य का पुर जोर विरोध किया।

ग्रामीण इस दौरान तेली स्रोत गदेरे में चैनलाइज को लेकर किए जा रहे खनन वाली जगह पर पहुंच गए। वहीं ग्रामीणों ने जमकर नारे बाजी करते हुए खनन के कार्य का विरोध किया। ग्रामीणों के मुताबिक ट्रेनिंग नीति के तहत चैनलाइज के नाम पर जो खनन किया जा रहा है। उसमें मानकों के अनुरूप काम नहीं हो रहा है। खनन कार्य में काफी अनियमितताएं हैं। जिसका पुर जोर विरोध किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि गत वर्ष भी यह इलाका मानसून सत्र में बाड़ की चपेट में आने से बचा। बरसात के चलते तेली स्रोत गदेरा अपने पूरे उफान पर रहा जिससे काफी नुकसान भी हुआ। सुरक्षा दीवार भी ढह गई थी और अब फिर चैनलाइज के नाम पर खनन हो रहा है। जिसमें काफी लापरवाही की जा रही है। आगामी बरसात में फिर कहीं क्षेत्र के लोगों को कोई दिक्कत ना हो इसको लेकर खनन के कार्य का विरोध किया गया है।

इस मौके पर जगदीश मेहरा वार्ड न 36, पूर्व उपाध्यक्ष पूजा देवी, अमित नेगी वार्ड- 38, सुखपाल शाह वार्ड 37, राकेश सिंह, खेम सिंह, भास्कर, धीरज सिंह, संतोषी देवी, तुलसी देवी, रेखा रानी, उर्मिला देवी, अमित कुमार, शिव सिंह आदि मौजूद रहे।