वीडियो: पहाड़ गिरने का खौफनाक मंजर, ट्रांसफर और पम्पिंग योजना क्षतिग्रस्त

 पहाड़ गिरने का खौफनाक मंजर, ट्रांसफर और पम्पिंग योजना क्षतिग्रस्त

– उत्तराखंड के नेशनल हाइवे समेत 126 मार्ग अवरुद्ध

नैनीताल, पिथौरागढ़ में अगले चौबीस घंटे के अंदर तेज हवा के साथ भारी बारिश के आसार हैं। इन दोनों जिलों में भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है।

वहीं सोमवार को फिलहाल राज्य भर में मौसम साफ रहा है। तड़के चमोली में दो घंटे तक बारिश हुई है। नैनीताल में अब सुबह और शाम को ठंड का अहसास होने लगा है।

ऋषिकेश-चंबा हाईवे पर भूस्खलन

ऋषिकेश-चंबा हाईवे पर आवाजाही जोखिमभरी बन गई है। बीते सोमवार को मौसम साफ रहने के बावजूद नागणी के निकट पहाड़ी दरकने से मलबा और बोल्डर हाईवे पर गिर गया। गनीमत रही कि, उस समय एनएच से कोई नहीं गुजर रहा था।

इस दौरान जड़धार गांव की तरफ से आ रहा एक स्कूटी सवार मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बचा। मौके पर पहुंचे बीआरओ ने बोल्डर और मलबा हटाकर राजमार्ग पर दो घंटे बाद यातायात बहाल किया। भारी बोल्डर की चपेट में आने से बिजली का ट्रांसफार्मर और चंबा क्षेत्र की मेन पेयजल पंपिंग लाइन भी ध्वस्त हो गई।

सोमवार को ऋषिकेश-चंबा हाईवे पर अपराह्न करीब डेढ़ बजे अचानक पहाड़ी दरकने लगी। देखते ही देखते भारी-भरकम बोल्डर और मलबा सड़क पर आ गया। पत्थर इतने बड़े थे कि, राजमार्ग से जड़धार गांव लिंक रोड पर बनाए गए मेन गेट के परखच्चे उड़ गए।

साथ ही बोल्डर की चपेट में आने से हाईवे के निकट से गुजर रही चंबा-रानचौरी क्षेत्र की मेन पंपिंग लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। बोल्डरों की चपेट में आने से हाईवे के निकट एक बिजली का ट्रांसफार्मर और पांच एलटी लाइन के पोल भी ध्वस्त हो गए, जिससे एक दर्जन से अधिक गांवों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई।

प्रदेश में बारिश से राहत मिलते ही सड़कों को खोलने के काम में भी तेजी आई है। करीब सप्ताहभर पूर्व प्रदेश में बंद सड़कों की संख्या जहां 300 पार कर गई थी, वहीं रविवार को इनकी संख्या ठीक आधी रह गई।

लोनिवि की ओर से रविवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में लगभग सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को खोल दिया गया है। लेकिन, ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग- 58 में सुरक्षा की दृष्टि से अभी भी रात में आवाजाही बंद है।

तोताघाटी में भूस्खलन और भूधंसाव के कारण सड़क को काफी नुकसान पहुंचा है। इस मार्ग में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक ही यातायात चलाया जा रहा है।

इसके अलावा चार स्टेट हाईवे, पांच जिला मार्ग, छह अन्य जिला मार्ग, 58 ग्रामीण सड़कें और 82 ग्रामीण सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं। रविवार को लोनिवि की ओर से कुल 70 सड़कें खोली गई।