यहां गरबे में पहुंचे मुस्लिम युवकों की हुई पिटाई, मचा बवाल
– संत समाज आक्रोशित। सरकार से पहचान छुपाकर रहने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। गुजरात के अहमदाबाद में गरबा में मुस्लिम युवकों द्वारा अपनी पहचान आईडी छुपाकर आने पर हिंदू संगठनों द्वारा उनकी पिटाई की गई और आरोप लगे कि, मुस्लिम युवकों के गरबा में आने का उद्देश्य था हिंदू लड़कियों को अपने बहकावे में लेना।
गरबा में मुस्लिम युवकों के जाने पर संत समाज भी आक्रोशित है। साधु संतों ने इस मामले पर सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मुस्लिम समाज से भी अपील की है कि, अगर मुस्लिम समाज के लोगों को हिंदू पूजा पद्धति में आना है, तो वो पहले घर वापसी करें और उसके बाद ही किसी हिंदू पूजा पद्धति के कार्यक्रम में आए।
मुस्लिम युवकों द्वारा गरबा में आने पर जहां पूरे देश में बवाल मचा हुआ है, वहीं संत समाज भी काफी आक्रोशित नजर आ रहा है।
शंकराचार्य राजराजेश्वर का कहना है कि, इस्लाम आतंकवाद का पर्याय है। इस्लामिक आतंकवाद भारत ही नहीं पूरे विश्व में देखने को मिल रहा है। इस्लाम से जुड़े लोग अपनी पहचान छुपाकर आज उत्तराखंड के बद्रीनाथ-केदारनाथ में भगवा वस्त्र धारण कर प्रसाद बेचने का कार्य कर रहा है।
गुजरात में गरबा के दौरान अपनी पहचान छुपाकर मुस्लिम युवक वहां जा रहे हैं, इससे वहां कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी, गुजरात पुलिस द्वारा समय रहते ही इस पर कार्यवाही की गई।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है कि, अगर मुसलमान युवकों को गरबे में आना है तो पहले उनको घर वापसी करनी चाहिए अगर वह हमारे देवी देवताओं को मानते हैं, तो मगर जब वह हमारे देवी देवताओं को नहीं मानते हैं तो उन्हें गरबे में नहीं आना चाहिए।
क्योंकि जब हमारे देवी देवताओं के भजन उनको पसंद नहीं है, तो गरबे में उनका क्या काम है और इस तरह से गरबे में आकर विवाद पैदा करेंगे, यह अनुचित बात है। क्योंकि उन युवकों द्वारा अपनी पहचान छुपाई गई थी और यह लोग पीएफआई से जुड़े हुए नजर आते हैं।
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि का कहना है कि, केंद्र सरकार या किसी भी राज्य की सरकार हो ऐसे लोगों की जांच करें, जिनके द्वारा अपनी पहचान छुपाई जा रही हो गुजरात में गरबे के दौरान हुई घटना के बाद लोगों को एक जागृति मिली है।
गुजरात पुलिस द्वारा समय रहते उन लोगों को पकड़ा गया। आज देश भर में मुस्लिम समाज के कई ऐसे लोग हैं जो ऐसी घटनाओं को कर रहे हैं। सरकार को ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और ऐसे लोगों को चिन्हित करना चाहिए, जो अपना नाम और पहचान छुपाकर रहते है।